आइये जानते हैं नकारात्मक सोच से छुटकारा कैसे पाएं। नकारात्मकता हमारी सोच और जीवन को काफी हद तक प्रभावित करती है। हमारे जीवन में जितनी नकारात्मक सोच होगी हमारे जीवन में उतनी ही निराशा, तनाव और डिप्रेशन की वृद्धि होगी।
कई बार हमारे छोटे छोटे नकारात्मक विचार हमे इस तरह जकड लेते हैं की हमारी सोच ही नकारात्मक बन जाती है और इससे जीवन में निराशा बढ़ जाती है।
लेकिन अगर हम हमारे जीवन में कुछ छोटे छोटे बदलाव कर लें तो इस नकारात्मकता से छुटकारा पाकर सकारात्मक बन सकते हैं। आइये आपको बताते हैं किस तरह हम अपनी नकारात्मक सोच में बदलाव लाकर सकारात्मक बन सकते हैं।
नकारात्मक सोच से छुटकारा कैसे पाएं?
- सुबह की शुरुआत – सुबह की शुरुआत अगर सकारात्मक हो तो पूरा दिन भी सकरात्मक रहता है। इसके लिए सुबह सूर्योदय के समय घर से बाहर निकलकर पर्यावरण का आनंद लें और हरियाली के बीच थोड़ा पैदल चलें और पर्यावरण की खूबसूरती, पक्षियों की चहचहाट और स्वच्छ हवा को महसूस करें और अपने अच्छे पलों को याद करें।
- ईश्वर में ध्यान लगाएं – सुबह के समय कुछ देर ईश्वर में ध्यान लगाएं इससे आपका मन शांत रहेगा और आपमें आत्मशांति और आत्मविश्वास बढ़ेगा और भगवान से प्रार्थना करें कि आपकी सभी पीड़ा दूर हो इससे आप खुद को हल्का महसूस करेंगे।
- व्यायाम करें – व्यायाम या योगा को अपनी दिनचर्या में शामिल करें इससे ना सिर्फ स्वास्थ्य लाभ होंगे बल्कि ये मानसिक विकास में भी बेहद सहायक है। प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट से 1 घंटे के बीच सुबह व्यायाम या योगा के लिए निकालें और सुबह थोड़ा बाहर टहल कर आएं इससे सकारात्मक भाव आते हैं और मानसिक शांति मिलती है।
- मेडिटेशन करें – हर रोज थोड़ा समय मेडिटेशन जरूर करें और ध्यान लगाकर एकाग्रचित हों इससे मानसिक शांति मिलेगी और मानसिक विकास और किसी भी काम को करने में एकाग्रता बढ़ेगी इससे नकारात्मक विचार भी दूर होंगे।
- शाकाहारी बनें – कहा जाता है हमारा शरीर मांस पचाने के लिए नहीं बना है और मांस खाने से हमारा दिमाग भी जानवरों की तरह उग्र हो जाता है। स्वास्थ्य की दृष्टि से भी शाकाहारी भोजन सर्वश्रेष्ठ बताया गया है इसलिए जहाँ तक हो शाकाहारी आहार का ही सेवन करें।
- किसी भी तरह के नशे से बचें – नशा चाहे कैसा भी हो इससे हमारे दिमाग में नकारात्मक विचार ज्यादा उत्पन्न होते हैं और ये स्वास्थ्य के लिए भी बेहद हानिकारक है। ज्यादा नशा करने से हमारे मस्तिष्क की निर्णय लेने और सोचने की शक्ति कमजोर होती है।
- हंसने की आदत डालें – हंसने के लिए किसी मौके की जरुरत नहीं है अपनी दिनचर्या में हंसने की आदत डालें इससे मिजाज खुशनुमा बनता है और नकारात्मक विचार दूर होते हैं। हंसना किसी थैरेपी से कम नहीं है जिससे हमारा ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है और विचार सकारात्मक बनते हैं।
- दोस्त बनायें – चाहे महिला हो या पुरुष अगर जीवन में दोस्तों की कमी हो जाये तो जीवन में अकेलापन बढ़ता और हम हमारे सुख दुःख शेयर नहीं कर पाते जिससे नकारात्मक विचार उत्पन्न होते हैं। तो जहाँ तक हो अपने दोस्त बनायें और अक्सर उनके साथ हंसी मजाक करें और हमेशा सकारात्मक बाते करें।
- आज में जियें – जीवन में सफलता और विफलता चलती रहती है लेकिन कुछ लोग अपनी बीती गलतियों और असफलताओं को याद कर हमेशा दुखी रहते हैं इससे नकारात्मक विचार तो उत्पन्न होते ही हैं साथ ही भविष्य के बारे में भी नहीं सोच पाते। जो हो गया उसे हम बदल नहीं सकते लेकिन अपनी पिछली गलतियों से सीख लेकर आगे बढ़ें, आज में जिए और खुश रहें।
- संगीत का सहारा लें – कहते हैं संगीत हर दुखों से निकलने का एक बेहतरीन जरिया है। जब भी आप अकेलापन महसूस करें या जीवन में नकारात्मकता बढ़ने लगे तो संगीत सुने इससे आपके दिमाग में नकरात्मक विचार नहीं आएंगे और आपका मूड फ्रेश हो जायेगा जिससे आपको एक नए जोश के साथ आगे बढ़ने में सहायता मिलेगी।
- नकारात्मक लोगों से दूर रहें – सबसे जरुरी है ऐसे लोगों को पहचानना जो नकारात्मक सोच वाले हों और उनसे हमेशा दूरी बना कर रखें। ऐसे लोगों के संपर्क में रहने से हमारे जीवन में भी नकारात्मकता हावी होने लगती है। ऐसे में हम अपनी काबिलियत और अच्छाइयों को भूलकर नकारात्मक सोच वाले बनने लगते हैं जिससे हम सफलता से दूर होते जाते हैं।
- दूसरों को दोष देना छोड़े – अपनी असफलता के लिए दूसरों को दोष देना सही नहीं है इससे हमारे विचार हमेशा दूसरों को कोसने वाले बनते हैं और जीवन में नकारात्मकता हावी हो जाती है। हमेशा अपनी असफलताओं और गलतियों से सीख लेकर भविष्य में उन्हें सुधारने की कोशिश करें आपको सफलता जरूर मिलेगी।
उम्मीद है जागरूक पर नकारात्मक सोच से छुटकारा कैसे पाएं कि ये जानकारी आपको पसंद आयी होगी और आपके लिए फायदेमंद भी साबित होगी।