हिन्दू घर्म में वेद, पुराण, और ग्रंथों का बहुत महत्त्व है और ये ग्रंथ हमारा सही मार्गप्रदर्शन करते हैं। इन ग्रंथों का निर्माण इसीलिए किया गया है ताकि हमें अपने कर्तव्यों का ज्ञान रहे और हम सही मार्ग पर चलें। हमारे शास्त्रों में लिखा गया है की रोजाना प्रातः काल सूर्य को जल चढ़ाना चाहिए इससे हमारे शरीर के साथ-साथ हमारे मन को भी शांति मिलती है। कहा जाता है की सूर्य सभी ग्रहों का स्वामी होता है और अगर हम सूर्य को नियमित रूप से जल चढ़ाते हैं और प्रसन्न रखते हैं तो हम पर सूर्य की कृपा बनी रहती है और जीवन में सुख शांति का वास होता है। इसके अलावा ये भी कहा गया है की सूर्य को जल चढाने से हमारा शरीर भी कई रोगों से मुक्त होता है।
हम सभी हमारे शास्त्रों का अनुसरण करते हुए सूर्य को जल चढ़ाते हैं लेकिन क्या आपको सूर्य को जल चढाने के पीछे का वैज्ञानिक कारण पता है? आखिर क्यों सूर्य को जल चढ़ाया जाता है और इससे हमारे जीवन और शरीर पर क्या प्रभाव पड़ते है? तो आइये आज हम आपको बताते हैं आखिर सूर्य को जल चढाने का वैज्ञानिक कारण क्या है।
वैज्ञानिक दृष्टि से देखा जाये तो सूर्य एक तारा है जो एक आग का गोला है। सूर्य के प्रकाश से ही धरती पर हमारे दिन की शुरुआत होती है और सूर्य ना सिर्फ मनुष्य के लिए बल्कि जीव जंतुओं और पेड़ पौधों के जीवित रहने के लिए भी आवश्यक है। सूर्य हमारी पृथ्वी से करीब 15 करोड़ किलोमीटर की दूरी पर है और इसका प्रकाश धरती पर करीब 8 मिनट और 19 सेकण्ड में पहुँचता है।सूर्य धरती पर सभी के लिए ऊर्जा का एक महत्वपूर्ण स्रोत है अगर सूर्य की ऊर्जा ना मिले तो पेड़ पौधे अपने भोजन का निर्माण नहीं कर पाएंगे। सूर्य को जल चढ़ाना हमारे शरीर पर सीधा असर डालता है, सुबह उगते सूर्य को जल चढाने से हमारे स्वास्थ्य पर बहुत लाभकारी प्रभाव पड़ता है। जब सुबह सुबह की हवा और उगते सूर्य की किरणे हमारी त्वचा पर पड़ती हैं तो हमारी स्किन दमक उठती है और हमारे चेहरे पर तेज दिखाई देता है।
इसके अलावा जब सूर्य को जल चढ़ाया जाता है तो पानी की धार के बीचे में से जो सूर्य की किरणे आती हैं उनसे हमारे आँखों की रौशनी तेज होती है। साथ ही पानी के बीच से होकर आने वाली सूर्य की किरणों से जो रंग निकलते हैं वो भी हमारे शरीर के लिए बेहद लाभकारी होते हैं। इसके अलावा सूर्य की रौशनी से हमारे शरीर को विटामिन डी मिलता है जिससे हमारी हड्डियां मजबूत होती हैं।
सूर्य की किरणे जब हमारे शरीर पर पड़ती हैं तो वो कई हानिकारत तत्वों को नष्ट कर देती है साथ ही हमारी नकारात्मक ऊर्जा को भी दूर करती है। इन सब कारणों से कहा जाता है की अपनी दिनचर्या में रोज सुबह उठकर सूर्य को जल चढ़ाना चाहिए जो ना सिर्फ हमारे शरीर के लिए लाभकारी है बल्कि ज्योतिष की दृष्टि से भी सूर्य की कृपा बनी रहती है जिससे जीवन में सुख शांति का वास होता है।